त्रिस्तरीय चुनाव में जिला पंचायत क्षेत्र क्र.12 तमनार 02 में बंशीधर चौधरी ने प्रचंड मतों से जीत हासिल किया…

धौराभांठा:- त्रिस्तरीय निकाय चुनाव में जिला पंचायत क्षेत्र क्र. 12 (तमनार)02 क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए विपक्ष में खड़े कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी बिहारी लाल पटेल, जो वर्तमान में ब्लॉक कांग्रेस पद सेवा दे रहे दमदार नेता को हराकर भाजपा समर्थित योग्य, शिक्षित युवा प्रत्याशी बंशीधर चौधरी ने प्रचण्ड मतों से जीत हासिल किया।

उनके चुनावी दौरे के दौरान ग्रामीणों का उत्साह देखते ही बनता था। हर जगह लोगों ने उन्हें बाजे-गाजे के साथ स्वागत किया, फूल-मालाओं से लाद दिया और अपने अटूट समर्थन का वादा किया।

युवा जोश और बुजुर्गों का विश्वास – यह दृश्य बताने के लिए काफी था कि बंशीधर चौधरी जनता के कितने करीब पहुँच चुके हैं। बंशीधर चौधरी की सबसे बड़ी ताकत है जनता से सीधा संवाद। वे केवल वादे करने में विश्वास नहीं रखते, बल्कि गाँव के बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और किसानों से खुलकर चर्चा करते हैं, उनकी समस्याएँ समझते हैं और समाधान का भरोसा दिलाते हैं। उनका यही अपनापन उन्हें जनता के और करीब लाया है।

बंशीधर बार-बार कहते हैं, “नेता नहीं, बेटा कहिए, मेरा उद्देश्य केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि जनता की सेवा करना है। मैं खुद को नेता नहीं, बल्कि इस क्षेत्र का बेटा मानता हूँ, और इस मिट्टी की सेवा ही मेरा पहला कर्तव्य है।” बंशीधर की मिलन सारिता और सहज संवाद शैली ने लोगों के दिलों में उनके लिए एक विशेष स्थान बना दिया है। गाँव के कई बुजुर्गों ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा, “बंशी बेटा, तुम हमारे अपने हो। हमें गर्व है कि हमारे क्षेत्र को अब एक ऐसा नेता मिल रहा है, जो हमारी चिंता करता है।

दो पत्ती’ चुनाव चिन्ह बना ग्रामीणों की पहली पसंद..

ग्रामीण मतदाता को ‘दो पत्ती’ चुनाव चिह्न पर अपना समर्थन देने को किया आवहान। हर गाँव, हर चौपाल और हर नुक्कड़ पर बंशी चौधरी के समर्थन में पोस्टर-बैनर लहराते नजर आया।

युवा नेतृत्व, नई सोच और मजबूत इरादे..

बंशीधर चौधरी केवल सिर्फ चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार नहीं हैं, बल्कि युवा शक्ति और नई सोच के मालिक हैं। वित्त मंत्री ओपी चौधरी के करीबी माने जाने वाले बंशी चौधरी ने राजनीति में युवा नेतृत्व की एक नई काबिल मिसाल कायम की है। उनकी रणनीति साफ है – समस्याओं का समाधान, विकास की नई पहल और जनता के साथ सीधा संवाद। उनका चुनावी अभियान सिर्फ एक प्रचार नहीं, बल्कि एक आंदोलन के रूप में देखा गया।

बंशी चौधरी ने अपने विचार, मेहनत और समर्पणता से गाँव-गाँव में बदलाव की लहर ला दी है। जनता इनके विचारों से वशीभूत होकर प्रचंड बहुमत से व्होट देकर इन्हें जीत दिलाया है।

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